HomeHealth and FitnessCurry Leaves Benefits:करी पत्ते के फायदे, उपयोग और नुकसान|

Curry Leaves Benefits:करी पत्ते के फायदे, उपयोग और नुकसान|

करी पत्ता सेहत लाभ ही नहीं देता, बल्कि खूबसूरती को भी कई गुना बढ़ा सकता है|

Curry Leaves benefits: एक ऐसा मसाला जिसके बिना किसी भी खाने का तड़का अधुरा ही रेहता है| क्योंकी करी पत्ता एक ऐसा मसाला है जो हमारे भोजन को स्वादिष्ट और सुगंधित बनाता है और हमारे स्वास्थ और सौंदर्य के लिए भी फायदेमंद है| करी पत्ता बहुत ही उपयोगी और स्वादिष्ट मसाला है जो हमारे रसोई घर में हर रोज इस्तेमाल होता है|

लेकिन क्या आप जानते है की करी पत्ता का सेवन करने से हमारे शरीर को क्या क्या फायदे होते है? अगर नहीं तो आज के इस ब्लॉग में करी पत्ते के फायदे , नुकसान , उपयोग और आयुर्वेदिक महत्व के बारे में पूरी जानकारी देंगे| तो चलिए शुरू करते है…

करी पत्ते के अनेक स्वस्थ लाभ (Curry leaves benefits in Hindi):

करी पत्ते के पत्ते हमारे स्वस्थ के लिए अनेक फायदे(Curry leaves benefits) देते है| यह कुछ फायदों के बारे हम आज जानेंगे….

1) बालों के लिए है फायदेमंद:(Curry leaves Prevent Hair Fall)

करी पत्ते का तेल बालों में लगाने से बालों का झड़ना कम होता है और साथ ही बालों की growth बढ़ती है| क्योंकी करी पत्ते में iron और vitamin B complex मौजूद होते है जो बालों को मजबूत और घने बनाने में हमारी मदद करते है| करी पत्ते के पानी से बालों को धोने से बालों में चमक आती है और dandruff से छुटकारा मिलता है|

2) त्वचा के लिए उपयुक्त:(Remove Skin Infection)

अगर हम करी पत्ते का पेस्ट कर के त्वचा पर लगायेंगे तो इससे मुहासे(Pimple), दाग धब्बे (dark circle) और झुरिया कम होती है| करी पत्ते के पानी से नहाने से हमारी त्वचा साफ़ होती है| करी पत्ते के पत्ते में vitamin A और C होते है जो त्वचा को नरम और मुलायम बनाते है|

3) पाचन तंत्र को ठीक करता है:(Healthy Digestive System)

करी पत्ते का सेवन करने से कब्ज,गैस,एसिडिटी और पेटदर्द से राहत मिलती है| करी पत्ते का पानी पिने से liver और kidney दोनों साफ़ होते है| करी पत्ते के पत्ते में fiber होता है जो हमारी पाचन शक्ति बढाता है| इसीलिए आप अपने आहार में करी पत्ते को जरुर शामिल करे इससे आपका पाचन तंत्र दुरुस्त बना रहता है|

4) आंखों के लिए फायदेमंद है:(Good for Eyes)

करी पत्ते के पत्ते में vitamin A होता है जो आंखों की रोशनी बढाता है| करी पत्ते का पानी आंखों में डालने से आंखों की थकान और सुजन दूर होती है| करी पत्ता का रस आंखों में लगाने से infection से बचा जा सकता है|

5) मधुमेह के लिए फायदेमंद है:(Good for Diabetes)

करी पत्ते के पत्ते में insulin जैसा पदार्थ होता है जो blood sugar level को control करता है| करी पत्ते का पानीं पिने से blood sugar level कम होता है| इसीलिए करी पत्ता का सेवन करने से diabetes patient को फायदा होता है|

6) Cholesterol कम करता है:

करी पत्ते के पत्ते में anti-oxidants होते है जो cholesterol को कम करता है| करी पत्ते का सेवन करने से दिल की बिमारियों से बचा जा सकता है| करी पत्ते का पानी पिने से bad cholesterol कम होता है और good cholesterol बढ़ता है|

7) Infection से बचाता है:

कड़ीपत्ता के पत्ते में एंटी-इन्फ्लेमेटरी(Anti-Inflammatory), एंटी-बैक्टीरियल(Anti-Bacterial) और एंटी-फंगल(Anti-fungal) गुण होते हैं जो इन्फेक्शन से बचाते हैं। कड़ीपत्ता का सेवन करने से बुखार, खांसी, सर्दी, जुकाम, गले की खराश और टॉन्सिल्स जैसे रोग दूर होते हैं। कड़ीपत्ता का पानी पीने से मुंह के छाले, मसूड़ों को सूजन और मुहासों से आराम मिलता है। कड़ीपत्ता का पानी पीने से इम्यूनिटी बढ़ती है।

You May Like This :-

करी पत्ते का सेवन कब और कैसे करे ?(When & How to Consume Curry Leaves)

करी पत्ते का सेवन करने के कई तरीके है | तो जानते है दोस्तों करी पत्ते का सेवन कब किया जाता है :

ताजे पत्ते:

करी पत्ते के ताजा पत्ते को सुबह खाली पेट या भोजन के साथ चबा कर खा सकते हैं। दिन में 8-10 पत्ते ही खाने चाहिए। ताजा पत्ते में सबसे ज्यादा पोषक तत्व होते हैं।

सूखे पत्ते:

करी पत्त्ते सूखे पत्ते को मसाला ग्राइंडर में पीस कर पाउडर बना सकते हैं। इस पाउडर को चटनी, दाल, सब्जी, सांभर, रसम जैसे डिशेज में डाल सकते हैं। सूखे पत्ते में पोषक तत्व कम होते हैं लेकिन स्वाद बढ़ाते हैं।

करी पत्ते का तेल:

करी पत्ते का तेल भी मिलता है जो बालों के लिए बहुत अच्छा होता है। इस तेल को बालों में लगाने से बालों का झड़ना कम होता है और बालों की ग्रोथ होने लगती है । तेल को गरम करके बालों की मालिश करें और 30 मिनट बाद शैम्पू से धो लें।

करी पत्ते का पानी:

करी पत्ते के पत्तों को उबाल कर पानी में छान कर पीने से भी फायदा होता है। इस पानी को सुबह खाली पेट या दिन में किसी भी समय पी सकते हैं। इस पानी से पाचन शक्ति बढ़ती है, ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है और कोलेस्ट्रॉल कम होता है।

आयुर्वेद में करीपत्ते का महत्त्व(Importance of Curry Leaves in Ayurveda):

curry leaves

आयुर्वेद में करीपत्ते को एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि माना जाता है। करीपत्ते में त्रिदोष शामन करने वाले गुण होते हैं जो हमारे शरीर के वात, पित्त और कफ दोष को संतुलित करते हैं। करीपत्ता पित्त दोष को शांत करता है और वात दोष को बढ़ाता है। इसलिए पित्त प्रकृति वाले लोगों को करीपत्ते का सेवन फायदेमंद (Curry leaves benefits) होता है और वात प्रकृति वाले लोगों को कम करना चाहिए।

करी पत्ते का सेवन करने से हमारे शरीर में अग्नि या पाचन शक्ति बढ़ती है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। करी पत्ते में अम्ल, कटु और तिक्त रस होते हैं जो हमारे रक्त को साफ करते हैं और हमारे शरीर को रोगों से बचाते हैं। कड़ीपत्ता में शीत वीर्य होता है जो हमारे शरीर को ठंडा रखता है और गर्मी से बचाता है।

करी पत्ते में लघु और रुक्ष गुण होते हैं जो हमारे शरीर को हल्का और सुखद बनाते हैं। कड़ीपत्ता का तेल बालों के लिए बहुत अच्छा होता है क्योंकि इससे बालों का झड़ना कम होता है और बालों की ग्रोथ बढ़ती है। इसलिए आयुर्वेद में करीपत्ते का बहुत महत्व है।

करीपत्ते का सेवन करने से हमारे स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों के लिए अनेक फायदे (Curry leaves benefits )होते हैं। लेकिन इसका अधिक या अनुचित सेवन करने से नुकसान भी हो सकता है। इसलिए करीपत्ते का सेवन सही मात्रा में और सही समय पर करना चाहिए।

करी पत्ते का सेवन करने से होनेवाले नुकसान(Side Effects Of Curry Leaves):

करीपत्ता का सेवन करने से अनेक फायदे होते हैं लेकिन किसी भी चीज़ का अतिरिक्त सेवन करने से नुकसान भी हो सकते हैं।

एसिडिटी:

करीपत्ता का अधिक सेवन करने से एसिडिटी हो सकती है। करीपत्ता में टैनिन नामक पदार्थ होता है जो जिसकी वजह से पेट में जलन हो सकती है। इसलिए करीपत्ता का सेवन सही मात्रा में और सही समय पर करना चाहिए।

पेट दर्द:

करीपत्ता का अधिक सेवन करने से पेट दर्द हो सकता है। करीपत्ता में फाइबर होता है जो पाचन शक्ति बढ़ाता है लेकिन अगर आपके पेट में गैस या कब्ज है तो करीपत्ता का सेवन आपको तकलीफ दे सकता है। इसलिए करीपत्ता का सेवन करने से पहले अपने पेट की स्थिति का ध्यान रखें।

लूस मोशन:

करीपत्ता का अधिक सेवन करने से लूस मोशन हो सकते हैं। करीपत्ता में लैक्सेटिव गुण होते हैं जो मल त्याग को आसान बनाते हैं लेकिन अगर आपके पेट में इन्फेक्शन है या आपको डायरिया है तो करीपत्ता का सेवन आपके लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए करीपत्ता का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरुर लें।

ब्लड थिनिंग:

करीपत्ते में कुमारिन नामक पदार्थ होता है जो ब्लड थिनिंग का कारण बन सकता है। अगर आप ब्लड थिनिंग की दवाई ले रहे हैं या आपके ब्लड में क्लॉटिंग की समस्या है तो करीपत्ता का सेवन आपके लिए खतरनाक हो सकता है। इसलिए करीपत्ता का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।

प्रेगनेंसी:

करीपत्ता का सेवन प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए नुकसानदायक हो सकता है। करीपत्ते में Uterine stimulants(यूटेरिन स्टिमुलेंट) के गुण होते हैं जो गर्भावस्था में गर्भाशय को सक्रिय कर सकते हैं और miscarriage या premature delivery का खतरा बढ सकता हैं। इसलिए प्रेग्नेंट महिलाओं को करीपत्ते का सेवन ना करें या डॉक्टर से पूछ कर करें।

तो दोस्तों आज हमने इस ब्लॉग में करिपत्ते के बारे में बहुत कुछ जाना है|

करिपत्ते का सेवन करने से पहले कुछ बातें ध्यान रखनी चाहिए जैसे अधिक सेवन से होने वाले नुकसान, ब्लड थिनिंग का खतरा और Pregnancy में कड़ीपत्ता का सेवन न करना।

आयुर्वेद में भी करिपत्ते का बहुत महत्व है क्योंकि इससे हमारे शरीर के त्रिदोष संतुलित होते हैं। इसलिए करीपत्ते का सेवन सही मात्रा में और सही समय पर करना चाहिए।

उम्मीद है कि आपको यह ब्लॉग पसंद आया होगा और आपको करिपत्ते के फायदों के बारे में कुछ नया जानने को मिला होगा। अगर आपको यह ब्लॉग अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ share करें और कमेंट करके अपना feedback दें।

ऐसी information के लिए Social media पे आप हमें follow कर सकते है।

RELATED ARTICLES

1 COMMENT

Comments are closed.

Most Popular