HomeInterestingKarni Mata Temple - चूहों का मंदिर

Karni Mata Temple – चूहों का मंदिर

Karni Mata Temple शायद ही आपने इसके बारे में सुना होगा. Karni Mata Temple यह एक ऐसा मंदिर है जहा पे आज भी चूहों की पूजा की जाती है, जिसकी वजह से इसको “चूहों का मंदिर” (Rat Temple) भी कहा जाता है. यहाँ पे आपको तक़रीबन 20,000 से भी ज्यादा चूहे देखने को मिलेंगे. 

तो दोस्तों आज हम जानेंगे Karni Mata Mandir के बारे में. आज हम आपको बताएँगे Karni Mata Mandir से जुडी हुई बाते, जैसे की Karni Mata Temple का इतिहास, यहाँ पे चूहों को क्यों पूजते है, और ऐसी बहोत सारी बाते.

Karni Mata Temple (करनी माता मंदिर)

Karni Mata Mandir Bikaner, राजस्थान से तक़रीबन 30 KM दूर Deshnoke गांव में है. यहाँ पे 20000 से भी ज्यादा काले चूहे आपको देखने को मिलेंगे. चूहों के प्रसाद के लिए यहाँ पे एक बडी चांदी से बनी परात रखी है जिसमे दूध का प्रसाद होता है.

मंदिर में प्रवेश करते ही आपको इतने सारे चूहे दिखाई देंगे की आपको चलते समय पाँव उठाके नहीं, बल्कि जमीनपर घसीटते हुए चलना पड़ेगा. Karni Mata की मूर्ति के दर्शन के लिए लोगों को ऐसे ही पैर को घसीटते जाना पड़ता है. चूहों की इतनी भारी संख्या के कारण ही इसको “Temple Of Rats” मतलब “चूहों का मंदिर” भी कहते है.

ये चूहे करणी माता के दर्शन के लिए आये हुए भाविको के शरीर पर भी कूद-फाँद करते है. हैरान की बात तो ये है की, इतने चूहों के होते हुए भी आज तक यहाँ पे किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ.

Karni-Mata-Temple
Photo Credit: Jean-Pierre Dalbéra

History of Karni Mata Temple:- करणी माता मंदिर का इतिहास 

ऐसा कहा जाता है की करणी माता जिनका नाम रिद्धि बाई था वो Suwap गांव की थी. Karni Mata की शादी Sathika गांव के Deepa Ji Charan नाम के व्यक्ति के साथ हुई थी. लेकिन करणी माता को ये शादी मंजूर नहीं थी. वो ब्रम्हचारी रहना चाहती थी. ये इच्छा उन्होंने अपने पति से भी कही थी. 

अपनी वजह से अपने पति की शादीशुदा Life ख़राब ना हो इसीलिए, करणी माता ने अपने छोटी बहन गुलाब (गुलाबो बाई) की शादी अपने पति यानी की Deepa Ji Charan के साथ करावा दी. 

करणी माता अपनी शादी के बाद भी तक़रीबन 2 साल तक अपने पति के गांव ही रही. लेकिन बाद में वो बीकानेर, राजस्थान से नजदीक Deshnok गांव में जा के बस गयी. यही पे आज ये चूहों का मंदिर है. 

ये भी पढ़े:-

दोस्तों, जैसा की हमने आपको बताया की Karni Mata Temple में बहोत सारे चूहे है, जिनको आज भी लोग प्यार से और भक्ति भाव से पूजते है. लेकिन यहाँ पे ऐसा क्या है जिसकी वजह से लोग चूहों को भगवान की तरह पूजते है? तो देर किस बात की, चलिए उसके बारे में भी जानते है.

Rats in Karni Mata Mandir
Rats in Karni Mata Mandir

Karni Mata Mandir में चूहों की पूजा करने का इतिहास:-

ऐसा कहा जाता है की, एक बार करणी माता का बेटा (Karni Mata की बहन गुलाबो बाई का बेटा) नजदीकी गांव कोलायत में साल में एक बार होने वाले कार्तिक मेले में, अपने दोस्तों के साथ गया था. वहा पे वो अनजाने में कपिल सरोवर में गिर के मर गया. 

जब ये बात Karni Mata को पता चली तो उन्होंने उस बच्चे को उठा के एक कमरे में ले गयी, और थोड़ी देर बाद उस बच्चे को जिन्दा करके बच्चे के साथ वहा से बाहर आ गयी.

लोग मानते है की, Karni Mata ने यमराज के साथ झगड़के और यमराज को समझाके बच्चे को ज़िंदा किया था. तब यमराज ने Karni Mata को बताया था की, उनके जितने भी वंशज होंगे, वो मृत्यु हो जाने के बाद काबा यानी की चूहा बन जाएंगे. और ठीक उसी तरह, वो चूहा मरने के बाद मानव रूप में आ जायेंगे. 

तो इसी वजह से आज भी इस मंदिर में बड़ी श्रद्धा के साथ चूहों को पूजा जाता है. वहा पे आपको ज्यादातर काले रंग के चूहे नजर आएंगे. लेकिन वहा पे कुछ सफ़ेद रंग के भी चूहे है. अगर सफ़ेद रंग का चूहा किसी को दिखाई देता है तो उसे शुभ माना जाता है.

ये भी पढ़े:- 

How & When to Visit?

तो दोस्तों, अगर आपको भी इस मंदिर को visit करना है तो आप Bikaner, Rajasthan से जा सकते हो. आपको बीकानेर से आसानी से Deshnoke के लिए Bus या फिर Taxi मिल जायेगी. 

नवरात्र के समय साल में दो बार (चैत्र और आश्विन) यहाँ पे मेला होता है उस समय आप यहाँ पे visit कर सकते हो. अगर आप पहले से यहाँ पे जा के आये हो तो आपका Experience कैसा था हमारे साथ जरूर Share कीजिये.

मिलते है ऐसी ही दूसरी interesting information के साथ. तब तक के लिए Bye. 

====

अगर यह लेख आपको अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरूर Share करे.

Social media पे भी हमें follow करे.

RELATED ARTICLES

Most Popular