Hello दोस्तों,
आज तक हमने आपको बहोत से रहस्यों के बारे में बताया. जैसे की रहस्यमयी घाटी, एक मंदिर जहा से खून निकलता है, एक किताब जिसे आज तक कोई पढ़ नहीं सका etc etc. लेकिन आज हम बात करने वाले है उसके बारे में जो की “Death Valley” मतलब मौत की घाटी के नाम से जानी जाती है. Death Valley एक ऐसी घाटी है जहा पे अपने आप खिसकते है पत्थर.
Death Valley – Sailing Stones:-
अगर हम पत्थरों की बात करे तो हमारे सामने बड़ी बड़ी चट्टानें आती है. पत्थर के आकार, उसके गुण, उसका रंग, उसका वजन इन जैसी चीज़ो से बहोत से प्रकार है. लेकिन हम जिस पत्थर की बात कर रहे है, वो पत्थर बहोत ही रहस्यमयी है. ये ऐसे पत्थर है जो एक जगह से दूसरी जगह खिसकते है. तो चलिए जानते है Death Valley के Sailing Stones के बारे में.
Location (पत्थर मिलते है वह जगह):-
कैलिफ़ोर्निया (California) में स्थित एक रेगिस्तान में जिसे “Death Valley” (मौत की घाटी) के नाम से जाना जाता है, वहा पे ये पत्थर मिलते है जिन्हे “Sailing Stones” के नाम से जाना जाता है.
Death Valley ये उत्तर अमेरिका की सबसे गर्म और विचित्र जगह है. इसकी संरचना और तापमान भू-वैज्ञानिकों को हमेशा से चौकाता रहा है. पत्थरों का एक जगह से दूसरी जगह खिसकना ये एक भूवैज्ञानिक घटना है क्यूंकि ये पत्थर किसी इंसान या किसी भी जानवर या फिर किसी भी जीवित चीज़ की मदत के बिना एक जगह से दूसरी जगह खिसकते है और उनके पीछे एक निशान आ जाता है.
Death Valley में RaceTrack’s में मौजूद 320 KG के पत्थर भी अपने आप खिसक कर एक जगह से दूसरी जगह जाते है. इस जगह पे लगभग 150 से भी ऊपर ऐसे अपने आप खिसकने वाले पत्थर है. Interesting बात तो यह है की इन पत्थरों को अपने आप खिसकते आज तक किसी ने नहीं देखा है, तो ये पत्थर अपने आप एक जगह से दूसरी जगह कैसे जाते है? सर्दियों में तो ये पत्थर करीब 250 मीटर से भी ज्यादा दूर खिसक जाते है. Death Valley के पत्थरों का ऐसा अपने आप खिसकना Scientist के लिए भी एक पहेली बन चूका है.
अलग अलग तथ्य:-(Mystery Revealed)
कहते है की सन 1972 में इस रहस्य को सुलझाले के लिए वैज्ञानिको की एक टीम ने पथरो के एक ग्रुप का नामकरण किया और कई सालो तक उसी पत्थरो पे Research किया. उसमे से एक 317 KG का पत्थर research के दौरान नहीं हिला लेकिन कुछ साल बाद, जब वो वैज्ञानिक उसी जगह वापस लौटे तो वही पत्थर उनको तक़रीबन 1 KM दूर मिला.
कुछ वैज्ञानिको का कहना है की तेजी से बहने वाली हवाओ के कारण Death Valley के पत्थर एक जगह से दूसरी जगह खिसक जाते है. चलिए हम इसको थोड़ा और details में समझते है.
शोधकर्ता बताते है की, Death Valley से तक़रीबन 140 से 150 KM/Hr की speed से हवाएं चलती है. वहा की सतह के ऊपर की मिटटी की पतली परत और रात को ठंडी हवा के कारण वहा पे बर्फ जम जाती है. उस बर्फ के कारण पत्थर जमीन पर पकड़ जमाके नहीं रख पाते. 140KM/Hr की रफ़्तार से चलने वाली हवा उस पत्थर पे इतना force लगा देती है की पत्थर अपनी पकड़ जमा कर नहीं रुक पाता जिससे वो पत्थर अपनी जगह से खिसक जाते है.
कुछ शोधकर्ता ये भी बताते है की वहा पे पत्थर के निचे पानी की पतली परत/बर्फ की वजह से वहा पे शैवाल/ चिकना पदार्थ और gas तैयार होता है जिससे वो पत्थर जमीन पे पकड़ नहीं बना पाते है, और तेज चल रही हवा की वजह से वो एक जगह से दूसरी जगह खिसक जाते है.
हालांकि यहाँ के कुछ लोग इसके पीछे परलौकिक शक्तियों का हात है ऐसा मानते है. और तो और कुछ लोग तो यहाँ से पत्थरों को उठाके घर भी ले जा चुके है. उनके ख़याल से उन पत्थरों में कुछ शक्तिया है जिससे वो एक जगह से दूसरी जगह जाते है.
यहाँ पे बहोत सारे research किये गए है लेकिन ऐसा क्यों होता है इसका पुख्ता सबूत किसीके पास नहीं है.
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क्या सच में Death Valley में कुछ ऐसी परलौकिक शक्तिया है या फिर हवा के कारण ही ये पत्थर एक जगह से दूसरी जगह खिसकते है? दोस्तों आपको क्या लगता है? comments में जरूर बताये.
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