Dancing Plague of 1518:-
Dancing Plague ये एक ऐसी घटना है जो की 14 से 17 वी सदी के बीच में Europe में हुई थी. The Dancing Plague में तक़रीबन 400 लोग नाचते नाचते ही मर गए (Dance to Death).
तो क्या है यह Dancing Plague? आखिरकार ऐसा क्या हुआ जिससे इतने सारे लोग इतना ज्यादा नृत्य करके मर गए? क्या है डांसिंग प्लेग का रहस्य? चलिए जानते है Dancing Plague के बारे में.
The Dancing Plague:-
डांसिंग प्लेग यह एक सामाजिक घटना है जो यूरोप में हुई थी जिसमे बहोत से लोगो ने इतना नृत्य किया की वो बाद में मर गए. Dancing Plague को Dancing Mania भी कहा जाता है.
यह घटना Strasbourg (Modern Day France) में हुई थी और इसी घटना से Dancing Plague का रहस्य शुरू हुआ.
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डांसिंग प्लेग का इतिहास – Dancing Plague History:-
जुलाई 1518 में एक महिला सड़को पे जाके अचानक से नाचने लगी. वो इतना ज्यादा नाच रही थी की, रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी. इतना ज्यादा नाचने के कारण वो थकावट से गिर गयी. लेकिन थोड़ी देर के बाद वो फिर से नाचने लगी.
उसका Dance कुछ भी Entertaining नहीं था. वो पागलो की तरह नाच रही थी.एक हफ्ते के बाद उसके साथ और भी लोग शामिल हो गए, और वो लोग भी पागलो की तरह बिना रुके नाचने लगे. हर रोज लोगो के शामिल होने की संख्या बढ़ रही थी, जिसकी वजह से वहा के अधिकारी भी बेहद ज्यादा चिंतित थे.
कुछ सूत्रों का कहना है की, एक Time ऐसा आया की Dancing Plague की वजह से एक ही दिन में 15 लोगो की जान चली गयी.
डांसिंग प्लेग का समाधान – Solution of Dancing Plague 1518:-
कुछ नेताओ ने इस समस्या के लिए एक तरकीब निकाली. उनकी ये सोच थी की जैसे हमें कुछ पसंद होता है और जब वो चीज़ हमें हद से ज्यादा मिल जाए तो हम उसी चीज़ से ऊब जाते है, Same ऐसे ही ज्यादा से ज्यादा नृत्य (More More & More) ही इस समस्या को सुलझा सकता है.
इसीलिए उन्होंने सड़को पे नाचने वाले लोगो के लिए Hall का इंतजाम किया. साथ ही संगीतकार और Professional Dancer को भी बुलाया जो नृत्य जारी रखने में मदत कर सके. लेकिन यह तरकीब कुछ भी नहीं चली. बलकि इस तरकीब की वजह से 400 से अधिक लोग Dance करने को मजबूर हो गए जिसकी वजह से कुछ लोग थकावट के कारण ही मर गए.
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अलग अलग सिद्धांत – Modern Theories:-
20 वी सदी के Investigators का मानना था की पीड़ित व्यक्ति ने फूफंद (Ergot) बिमारी से दूषित राय के आटे से बना Bread का सेवन किया होगा. जिसकी वजह से व्यक्ति की मांसपेशियां सिकुड़ने लगती है. और उसी की वजह से डांसिंग प्लेग की शुरुवात हुई होगी.
लेकिन John Waller का मानना इससे अलग था. “The Lancet” यह एक Medical Journal है उसमे John Waller ने दावा किया की दूषित आटे की वजह से लोगों का अचानक से सड़को पे आकर Dance करना बिलकुल भी संभव नहीं है.
Historian John Waller के मुताबिक़ जिस Area में लोग नाचते थे वहा पे लोग भूक से पीड़ित और बीमार थे. उस जगह के लोग अंधविश्वासू भी थे और उसी एक ही जगह पे Dancing Plague की 7 घटनाएं हुई थी जिससे Waller ने अनुमान लगाया की, डांसिंग प्लेग एक मनोवैज्ञानिक रोग का रूप था. जब लोग ज्यादा तनाव में होते है या फिर जब लोगो को किसी भी चीज़ का ज्यादा भय होता है तभी लोग ऐसी चीज़ें करने लगते है.
Dancing Plague की शुरुआत :-
Dancing Plague 1518 के बारे में Waller का कहना था की, Smallpox (चेचक) और Syphilis (उपदंश) जैसी बीमारिया इस क्षेत्र में फ़ैल गयी थी जिसके कारण वहा के लोग तनाव में आकर मनोवैज्ञानिक रोगी बन चुके थे. इसी वजह से डांसिंग प्लेग की शुरुवात हुई थी.
हालांकि मरने वाले लोगो की संख्या 50 से 400 के बिच में कितनी थी इसके बारे में पुख्ता सबूत नहीं है. साथ ही कुछ लोगो का मानना है की, जो लोग Dancing Plague की वजह से मर गए थे वो ज्यादा Dance करने की वजह से नहीं, बल्कि दूसरी अन्य किसी बिमारी की वजह से मरे थे.
Dancing Plague के बारे में और जानकारी के लिए आप Dancing Plague 1518 के बारे में research करने वाले John Waller की ये किताब भी पढ़ सकते है. “A Time to Dance, a Time to Die: The Extraordinary Story of the Dancing Plague of 1518″
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