वीरभद्र मंदिर (Veerabhadra Temple) भारत में आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले में स्थित लेपाक्षी (Lepakshi) गांव में बसा हुआ है. बेंगलुरु के उत्तर में तक़रीबन 120 KM की दुरी पर स्थापित Lepakshi गांव अपने अंदर बहोत सारे रहस्यों को छुपाये बैठा है. इसे Lepakshi Temple के नाम से भी जाना जाता है।
आज के इस आर्टिकल में जानेंगे Lepakshi Veerbhadra Swami Temple के बारे में.
वीरभद्र स्वामी मंदिर, लेपाक्षी (Veerbhadra Swamy Temple, Lepakshi):-
वीरभद्र स्वामी मंदिर आंध्रप्रदेश के लेपाक्षी गांव में स्थित है. इस मंदिर को “लेपाक्षी मंदिर” (Lepakshi Temple) के नाम से भी जाना जाता है. लेपाक्षी मंदिर यह एक उत्कृष्ट वास्तुकला का प्रतिमान है.
लेपाक्षी गांव यह सांस्कृतिक और पुरातत्व रूप से बेहद महत्वपूर्ण गांव है. Lepakshi गांव भगवान् शिव, विष्णु और वीरभद्र को समर्पित तीर्थस्थलों का स्थान है.
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वीरभद्र मंदिर में विजयनगर के राजाओं के और कन्नड़ शिलालेखों के भित्तिचित्र बनाये गए है. मंदिर के अंदर प्रवेश करने पे आपको विजयनगर के साम्राज्य के इतिहास की झलक देखने को मिलेगी.
लेपाक्षी मंदिर का निर्माण लेपाक्षी गांव के दक्षिण किनारे पर किया गया है. यह मंदिर ग्रेनाइट चट्टान के एक बड़े विस्तार की काम ऊंचाई वाली पहाड़ी पर है. वो पहाड़ी एक कछुए के आकार जैसी ही जिसकी वजह से इसे “Kurma Saila” या फिर “Tortoise Shaped Hill” के रूप में माना जाता है.
वीरभद्र स्वामी मंदिर को भगवान् शिव का एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल माना जाता है. यहाँ पे पापनाथेश्वर, रघुनाथ, श्रीराम और साथ ही दुर्गा का भी मंदिर है.
Veerbhadra Swami Temple, Lepakshi इसी मंदिर में ही लटकते खम्बे (Hanging Pillers) देखने को मिलेगा, जो की पूरी दुनिया के लिए रहस्य बना हुआ है. लटकते हुए खम्बे के कारण इस मंदिर को “Hanging Pillers Temple” भी कहा जाता है.
लेपाक्षी मंदिर का इतिहास (Lepakshi Temple History in Hindi):-
लोगों के अनुसार लेपाक्षी मंदिर को Virupanna Nayaka और Viranna इन दोनों भाइयों ने बनाया था. यह दोनों भाई विजयनगर साम्राज्य के राजा Achutaraya के शासन काल में राज्यपाल थे. स्कंदपुराण के अनुसार यह मंदिर दिव्य क्षेत्रो में से एक है, जो की भगवान् शिव का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है.
लेपाक्षी गांव के नाम की कहानी (Story Behind the Name of Lepakshi Town):-
प्राचीन कथाओं के अनुसार लेपाक्षी गांव रामायण से जुड़ा हुआ है. जब रावण, माँ सीता को अपने साथ लंका ले जा रहा था तब पक्षीराज जटायु ने रावण से युद्ध किया था. रावण ने जटायु पक्षी के पंख काट दिए थे जिसकी वजह से वह हार के जमीन पर गिर गया था. उसके बाद प्रभु श्रीराम ने जटायु पक्षी को मोक्ष प्राप्त करने में मदत की और कहा “ले पाक्षी” जिसका अर्थ होता है “उठो पक्षी” जिसकी वजह से यह गांव “लेपाक्षी” के नाम से जाना जाता है.
Attractions of Veerabhadra Temple:-
वीरभद्र मंदिर में देखने जैसी बहोत ही सारी Interesting चीज़े है जो हमारा ध्यान आकर्षित करती है. जैसे की एक रॉक चेन, वास्तुपुरुष, लटकता हुआ खम्बा (Hanging Piller), अखंड नागलिंग, दुर्गा पादम, लेपाक्षी साडी डिज़ाइन etc.
1. लटकता हुआ खम्बा (Hanging Piller):-
Veerabhadra Temple में सबसे रहस्य्मयी और सबसे interesting आकर्षणों में, यह लटकता हुआ खम्बा सबसे Famous जगह है. Veerabhadra mandir में सब मिला के 70 खम्बे है, जिनमे से यही एक ऐसा खम्बा है जो निचे जमीन को छूता नहीं है.
इस खम्बे के और जमीन के बिच में थोडासा अंतर है जिसमे से कपडा या फिर पतला कागद भी पार किया जा सकता है. यहाँ आनेवाले भक्तों का मानना है की, इस खम्बे (Hanging Piller) के निचे से जो कपडा निकलता है, उससे सुख समृद्धि बढ़ती है. इस लटकते हुए खम्बे (Hanging Piller) की वजह से लेपाक्षी गांव पर्यटकों का आकर्षण बना हुआ है.
2. अखंड नागलिंग:-
इस मंदिर के परिसर में बड़ी नागलिंग की मूर्ति बनी हुई है. यह भारत की सबसे बड़ी नागलिंग की मूर्ति मानी जाती है. इस मूर्ति में एक शिवलिंग के ऊपर सात मुख वाला नाग बैठा हुआ है.
3. दुर्गापादम (Lepakshi Temple Footprints):-
कल्याण मंडप के आगे मंदिर के जमीन पर एक बड़ा सा पैर का निशान है. कहा जाता है की यह पैरो का निशान माँ सीता देवी का है. गौर करने वाली बात यह है की यह पैरों का निशान हमेशा पानी से गिला रहता है. अगर यह पानी को सूखने की कोशिश भी की जाए तो भी धीरे धीरे यह फिरसे गिला हो जाता है. यह पानी कहा से आता है इसका पता किसीको नहीं है.
4. नंदी की मूर्ति
नंदी की मूर्ति वीरभद्र मंदिर से 200 मीटर की दुरी पर स्थापित है. नंदी की मूर्ति बहोत ही विशाल रूप में है. इसकी ऊंचाई 20 फ़ीट और लम्बाई 30 फ़ीट की है. इतनी बड़ी मूर्ति होने के बावजूद भी इस मूर्ति को बेहद ही कलाकारी के साथ बनाया गया है. इस मूर्ति की खास बात यह है की यह नंदी की मूर्ति एक ही पत्थर से बनी हुई है. और एक ही पत्थर से बनी यह नंदी की सबसे बड़ी मूर्ति है.
दोस्तों, यह एक ऐसा मंदिर है जहा पे देखने के लिए बहोत सारी और interesting चीज़े है जिन्हे आपको जरूर देखना चाहिए. अगर आप यहाँ पे पहले visit कर चुके हो तो अपना Experience हमारे साथ जरूर share करे.
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